परिचय

एक ऐतिहासिक कदम में, विश्व नेता पेरिस में वैश्विक शिखर सम्मेलन 2025 के लिए एकत्र हुए, जिसका उद्देश्य जलवायु परिवर्तन और आर्थिक असमानता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करना था। 27 मई से 30 मई तक आयोजित इस सम्मेलन में 150 से अधिक देशों की भागीदारी हुई, जिसमें संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रमुख व्यक्ति शामिल थे।

प्रमुख एजेंडा बिंदु

सम्मेलन ने कुछ महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया, जिसमें शामिल हैं:

  • जलवायु परिवर्तन मिटीगेशन: नेताओं ने कार्बन उत्सर्जन को कम करने और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देने की रणनीतियों पर चर्चा की।
  • आर्थिक समानता: विकसित और विकासशील देशों के बीच अंतर को पाटने के लिए पहल की चर्चा की गई, जिसमें सतत विकास लक्ष्यों पर विशेष जोर दिया गया।
  • ग्लोबल हेल्थ: चल रहे महामारी और भविष्य की स्वास्थ्य संकट के लिए तैयारी प्रमुख चर्चा बिंदु थे।

उल्लेखनीय भाषण और प्रतिबद्धताएँ

संयुक्त राज्य अमेरिका की राष्ट्रपति, जेन जॉनसन ने एक मुख्य भाषण दिया, जिसमें उन्होंने वैश्विक चुनौतियों से निपटने में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने विकासशील देशों में हरी प्रौद्योगिकियों और इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में $50 बिलियन की निवेश की घोषणा की।

चीनी प्रधानमंत्री ली वेई ने भी महत्वपूर्ण प्रतिबद्धताएँ दीं, जिनमें 2030 तक चीन के कार्बन फुटप्रिंट को 40% कम करने और एशिया और अफ्रीका में नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में निवेश करने की प्रतिज्ञा शामिल है।

परिणाम और भविष्य के कदम

सम्मेलन पेरिस समझौते 2025 के हस्ताक्षर के साथ समाप्त हुआ, जो जलवायु परिवर्तन से लड़ने और आर्थिक समानता को बढ़ावा देने के संयुक्त प्रयासों का एक व्यापक समझौता है। समझौते में कार्बन कमी के लिए विशिष्ट लक्ष्य, हरी प्रौद्योगिकियों में निवेश और संवेदनशील समुदायों के लिए समर्थन शामिल है।

आगे देखते हुए, विश्व नेताओं ने प्रगति का मूल्यांकन करने और सहमत रणनीतियों में आवश्यक समायोजन करने के लिए वार्षिक रूप से पुनर्मिलन करने की सहमति दी। अगला सम्मेलन मई 2026 में टोक्यो, जापान में निर्धारित है।